बास्केटबाल एक्ठु टीम खेल होय जवने मा ५ ठु सक्रिय खेलाडी रहत हँय । यहमे २ टीम होत हिन । यकर मैदान चौखन्ना रहत हय । यहमे दुनो टीम कय मकसद गेना कय विपक्षी टीम कय बास्केट मा डारेक रहत हय अव अपने बास्केट मा दुसरे टीम कय गेना डारै से रोकेक रहत हय । बास्केट १० फीट उप्पर यक्ठु बोर्ड पै लटकावा रहत हय ,यहमा जाली लाग रहत हय ।यहमा खेलि जाय वाले गेना कय बास्केट बाल कहा लैं । बास्केटबाल कय गोलाई या परिधि २४ से.मी होत हय । यकरे मैदान मा थ्री पोइंट लाइन रहत हय जवने कय पीछे से बास्केट करै पे तीन अंक मिली औ ओकरे आगे से बास्केट करै पे २ अंक मिली । सबसे ढेर अंक पावै वाल टीम जिति जाई ।
दिसंबर 1891 कय सुरुवात मा डॉ॰ जेम्स नाइस्मिथ जे कनाडा मा जनमा रहें शारीरिक शिक्षा कय प्रोफ़ेसर औ इंटरनेशनल यंग मेन्स क्रिश्चियन एसोसिएशन ट्रेनिंग स्कूल (YMCA)(अब स्प्रिंगफ़ील्ड कॉलेज) मा पढावत रहें, संयुक्त राज्य अमेरिका कय स्प्रिंगफ़ील्ड, मैसाचुसेट्समें, न्यू इंग्लैंड कय लम्मा सर्दि कय समय मा आपन छात्रन कय व्यस्त औ फ़िटनेस कय उचित स्तर पय राखैक खर्तिन एक्ठु तगड़ा इनडोर खेल कय खोज़ कीहिन ।[१] [२] ओनही बुनियादी नियमन कय लिखिन औ एक्ठु 10 फुट (3.05 मीटर) ऊंच ट्रैक पय एक्ठु पीच बास्केट ठोंक दीहिन । आधुनिक बास्केटबॉल जाली कय उलट, इ पीच बास्केट मा पेनी रहा औ गेना कय हाथे से कुल "बास्केट" या अंक पावैक बाद निकारि जात रहा; लेकिन, इ बेअसर निकरा, तौ टोकरी कय पेनी मा एक्ठु छेद कइ गै, [३] जवने कय कुल दांइ गेना कय एक्ठु लम्मा लकडी या लोहा से कोंचि कय बहरे निकारि जात रहा । इ टोकरी कय इस्तमाल 1906 तक कइ गै, जब ओका बैकबोर्ड औ खुंटि मा लटकाई गै तब ओहमा एक्ठु अउर बदलाव कइ गै, जवने से गेना आर-पार होइ जाय । इ खेला आजौ अइसनै खेलि जात हय । गोल कय शूट करय खर्तिन एक्ठु सॉकर गेना कय इस्तमाल होय लाग । कब्बो कवनो मनई टोकरी मा गेना डारि,तौ ओकरे टीम कय एक अंक मिलि । जवने टीम कय सबसे ढेर अंक मिलि, उ खेल कय जिति जाई ।2006 कय सुरुवात मा नाइस्मिथ कय नातिन कय खोजल ओनकय डायरि मा इसारा है कि वे आपन बनावल नँवा खेल से घबड़ान रहें, जवने मा डक ऑन अ रॉक नाँव कय लरिकन कय खेल कय नियम मा मिलावा रहा औ ढेर जने यहमा असफल रहें। नाइस्मिथ इ नँवा खेल कय "बास्केट बॉल" कहिन ।
खेला कय चार भाग मा बांटि गा हय जवने मा एक भाग १२ मिनट कय होत हय ।[४] [५]खेला बाद अगर अउर समय देवैक होत हय तव ५-५ मिनट कय दइ जात हय । दुसरा भाग कय बाद दूनो टिम बास्केट कय जगह कय अदला बदलि कइ लेत हँय। इ समय खालि खेल कय समय होय जब खेला कवनो नाते रुकि जाइ तौ घडि कय बन्द कइ जात हय इहिक नाते इ खेला लम्मा होइ जाला लगभग २ घंटा कय । एक टिम से ५ खेलाडि मैदान मा आइ सकत हँय ।[६]आपन खेलाडि बदलय मा कवनो रोकटोक नाइ हय लेकिन तब्बय जब खेल रुका रहि । टिम मा कोच होत हँय जे खेल कय रणनिति बनावा लैं औ खेलाडिन कय खेल पय नज़र राखा लैं यकरे बाद टिम मा सहायक कोच , मैनेज़र ,गिन्ती करय वाले ,डाक्टर औ ट्रेनर रहत हँय । खेला मा टाइम आउट होत हय जवने मा कोच कय चिरौरी पय घडि कय रोकि कय खेलाडिन से खेल कय उप्पर बातचित भि होत हय । खेला कय निगरानी रेफ्री या अंपायर करत हँय । स्कोर कय गिन्ती ,समय ,बेजाँह,खेलाडिन कय बदलि कय निगरानी टेबल कर्मचारी रक्खत हँय। इ खेला खेलय खर्तिन चौखनहा मैदान या कोर्ट औ बास्केट बाल चाहत हय । यकरे बादे घडि ,सिटि ,स्कोरबोर्ड कय भि जरुरत रहत हय अगर खेल प्रतिस्पर्धा वाला हय ।
गेना कय बास्केट ओर लइजात कय या तव उछाडि कय,दुई जने कय बिच लोक्कारि कय ,फेंकि कय लइ जाय सकत हँय । गेना कय मैदान कय रेखा कय भित्तर रहिकय खेलैक परि। गेना कय पटकि पटकि कय लइजात कय रुकेक नाइ हय अगर दुनौ हाथ कय इस्त्माल किहिन तौ उ रुकल मानि जाई । गेना कय निचे हाथ धइ कय नाइ फेकैंक मिलि । गेना कय हाथे से फेकैंक नाइ मिलि औ मुठा से मारैक नाइ मिलि । अगर इ कुल नियम नाइ मनिहैं तव बेजाह मानि जाइ औ खेलाडि कय गेना दुसरे टिम कय देवैक परि । बास्केट कय लगे गोल करत कय बिपक्षि खेलाडी कय गेना नाई छुवैक मिलि औ बस्केट रिम कय उप्पर अगर गेना कय छुई दिहैं तव उहौ बेजाह मानि जाइ औ बिपक्षी टिम यानि गोल करै वाली टिम कय अंक मिलि जाई । खेला मा खेलाडिन कय कवनो मेर कय छेडछाड ,मारपिट या गारी देब बेजाह होय । इ जिम्मा रेफ्री कय होय की के बेजाह करे हय ।
वइसय कवनो नियम नाइ हय कि कवन खेलाडि कवन जगह होवैक चांहि तब्बो जइसय जइसय खेल बढय लाग खेलाडि औ कोच लोग खेलाडिन कय निश्चित जगह बनाइकय रणनिति बनावै लागें लेकिन कवनो क्वनो कोच इहो कहत हँय कि इ खेला मा खेलाडिन कय जगह निश्चित कइकय नाइ खेलैक चांहि । कुछ मसहुर जगह इहै कुल होय :
ढेर टिम २ गार्ड २ फारवार्ड औ १ सेन्टर रक्खत हँय ।
अउर बास्केटबॉल कय खेल हैं :
|url-status=
की उपेक्षा की गयी (मदद)
|url-status=
की उपेक्षा की गयी (मदद)
|url-status=
की उपेक्षा की गयी (मदद)