हिन्दू धर्म |
इतिहास · देवता |
सम्प्रदाय · आगम |
विश्वास अउर दर्शनशास्त्र |
---|
पुनर्जन्म · मोक्ष |
कर्म · पूजा · माया |
दर्शन · धर्म |
वेदान्त ·योग |
शाकाहार · आयुर्वेद |
युग · संस्कार |
भक्ति |
ग्रन्थ |
वेदसंहिता · वेदांग |
ब्राह्मणग्रन्थ · आरण्यक |
उपनिषद् · श्रीमद्भगवद्गीता |
रामायण · महाभारत |
सूत्र · पुराण |
शिक्षापत्री · वचनामृत |
सम्बन्धित विषय |
दैवी धर्म · |
विश्व में हिन्दू धर्म |
गुरु · मन्दिर देवस्थान |
यज्ञ · मन्त्र |
शब्दकोष · हिन्दू पर्व |
विग्रह |
प्रवेशद्वार: हिन्दू धर्म |
हिन्दू मापन प्रणाली |
हिन्दू धर्म (संस्कृत: सनातन धर्म) विश्व कय सब धर्म में सबसे पुरान धर्म होय। ई वेदन् पय आधारित धर्म होय, जवन अपने अन्दर कईयु अलग अलग उपासना पद्धति, मत, सम्प्रदाय अउर दर्शन समेटे अहै। अनुयायि कय गिन्तीन् कय आधार पय ई विश्व कय तीसरा सबसे बड़ा धर्म होय, गिन्ती कय आधार पे एकर अधिकतर उपासक भारत में अहैं अउर प्रतिशत कय आधार पे नेपाल में हँय। हालाँकि यहमें कईयु देवी-देवता कय पूजा कै जात अहै, लेकिन वास्तव में ई एकेश्वरवादी धर्म होय।श्रीमद्भगवद्गीता गीता हिन्दू धर्म कय पवित्रतम ग्रन्थन् में से एक होय। भगवान श्रीकृष्ण गीता कय सन्देश पाण्डव राजकुमार अर्जुन कय सुनाए रहे। ई एकठु स्मृति ग्रन्थ होय। यहमा एकेश्वरवाद कय बहुत सुन्दर ढंग से चर्चा भा अहै। श्रीमद्भगवद्गीता सातवाँ अध्याय यो यो यां यां तनुं भक्तः श्रद्धयार्चितुमिच्छति। तस्य तस्याचलां श्रद्धां तामेव विदधाम्यहम्॥७- २१॥ [१]
हिन्दी मा ई धर्म कय सनातन धर्म या वैदिक धर्म भी कहा जात अहैं। इण्डोनेशिया में ई धर्म कय औपचारिक नाव "हिन्दु आगम" होय। हिन्दू केवल एकठु धर्म या सम्प्रदाय ही नाइ होय अपितु जीवन जीए कए एक पद्धति होय " हिंसायाम दूयते या सा हिन्दु " अर्थात् जे अपने मन, वचन, कर्म से हिंसा से दूर रहय ऊ हिन्दू होय अउर् जे कर्म अपने हित कय लिए दूसरे कय कष्ट देए ऊ हिंसा होय।
नेपाल विश्व कय एक्कय आधुनिक हिन्दू राष्ट्र रहा (नेपाल कय लोकतान्त्रिक आंदोलन कय बाद कय अंतरिम संविधान मा कवनो भी धर्म कय राष्ट्र धर्म नाई घोषित कै गय । नेपाल कय हिन्दू राष्ट्र होवे या ना होवे कय अंतिम फैसला संविधान सभा कय चुनाव से निर्वाचित विधायक करिहै)।
हिन्दू धर्म कय १९६०८५३११० साल कय इतिहास अहै। भारत (अउर् आधुनिक पाकिस्तानी क्षेत्र) कय सिन्धु घाटी सभ्यता मा हिन्दू धर्म कय कैउ चिह्न मिलत अहैं। हिंदू धर्म मान्यता में पांच प्रमुख देवता पूजनीय अहै। ई एक ईश्वर कय ही अलग-अलग रूप अउर शक्ति होय।
निरुक्त
भारतवर्ष का प्राचीन ऋषि "हिन्दुस्थान" नाम दिहिन् रहैं जीका अपभ्रंश "हिन्दुस्तान" है। "बृहस्पति आगम" के अनुसार:
हिमालयात् समारभ्य यावत् इन्दु सरोवरम्। तं देवनिर्मितं देशं हिन्दुस्थानं प्रचक्षते॥
अर्थात, हिमालय से प्रारम्भ होकर इन्दु सरोवर (हिन्द महासागर) तक यह देव निर्मित देश हिन्दुस्थान कहा जात् रहै।
विश्व में अधिकतम हिन्दू जनसँख्या वाला २० राष्ट्र
स तया श्रद्धया युक्तस्तस्याराधनमीहते। लभते च ततः कामान्मयैव विहितान्हि तान्॥७- २२॥
|quote=
में 38 स्थान पर line feed character (मदद)
|url-status=
की उपेक्षा की गयी (मदद)
|url-status=
की उपेक्षा की गयी (मदद)
|url-status=
की उपेक्षा की गयी (मदद)
|url-status=
की उपेक्षा की गयी (मदद)