ग्रेनाइट एक किसिम के चट्टान हवे जे गरम मैग्मा के ठंढा हो के जमे से बने ले जेह में क्वार्ट्ज आ फेल्स्पार खनिज सभ के प्रधानता होखे ले आ एकर संरचना दानेदार होखे ले। बैज्ञानिक रूप से ई फेल्सिक आग्नेय चट्टान हवे जे दानेदार होले आ फैनराइटिक श्रेणी में रखल जाले मने कि जेकर दानेदार रचना बिना कवनो यंत्र के सीधे आँख से देखल जा सके। आमतौर पर ग्रेनाइट सुफेद, गुलाबी, मटियाहूँ या भूअर रंग के हो सके ला।
चट्टानबिज्ञान में ग्रेनाइट के परिभाषित कइल जाला कि एह में 20% से 60% ले क्वार्ट्ज होखे आ लगभग 35% फेल्सपार होखे। ई अइसन चट्टान हवे जे मैग्मा के ऊपर उठले के दौरान जमीन के भीतरे ठंढा के जम जाए से होला, मने कि ई इंट्रूसिव चट्टान हवे। ठीक एही केमिकल कंपोजीशन वाली बाकी ऍक्सट्रूसिव चट्टान रायोलाइट होला।
आम दाब पर सूखल ग्रेनाइट के पघिलाव बिंदु 1215–1260 °C (2219–2300 °F) होला; जवन कि पानी के मौजूदगी में बहुत कम हो जाला, ई 650 °C तक ले नीचे गिर जाला कुछे किलोबार (kBar) दाब पर।
ग्रेनाइट के चट्टान वाला इलाका में पानी के जमीन के भीतर रिसाव के जहाँ तक बात होखे, एह चट्टान के प्राथमिक रिसावक्षमता (पर्मिएबिलिटी) बहुत कम होला; हालाँकि, अगर एह में चटकन आ दरार मौजूद होखें तब एकर सेकेंडरी रिसावक्षमता काफी होखे ला।