इनुइत (इनुकतितुत: ᐃᓄᐃᑦ, अंग्रेज़ी: Inuit) ग्रीनलैंड, कनाडा, संयुक्त राज्य अमेरिका और रूस के सुदूर उत्तर में स्थित बर्फ़ीले आर्कटिक इलाक़ों में बसने वाली कुछ मानव जातियों का सामूहिक नाम है। इनुइतों में बहुत सी भिन्न उपजातियाँ हैं लेकिन इन सभी में आपसी समानताएँ और सम्बन्ध हैं। 'इनुइत' एक बहुवचन शब्द है और एक व्यक्ति को 'इनुक' (Inuk) कहा जाता है। पुराने ज़माने में इनुइत लोगों को 'एस्किमो' (Eskimo) बुलाया जाता था लेकिन बहुत से इनुइत लोग इसे अपमानजनक शब्द मानते हैं इसलिए अब इस जाती को आमतौर पर 'इनुइत' ही कहा जाता है। 'इनुइत' शब्द का अर्थ 'लोग' है।
पिछले हिमयुग (आइस एज) के दौरान समुद्रों का बहुत सा पानी बर्फ़ के रूप में जमा हुआ होने से समुद्र-तल आज से नीचे था। आधुनिक युग में एशिया के सुदूर पूर्वोत्तर के साइबेरिया क्षेत्र और उत्तर अमेरिका के सुदूर पश्चिमोत्तर अलास्का क्षेत्र के बीच समुद्र है। हिमयुग के दौरान समुद्र-तल नीचे होने से इन दोनों के बीच एक बेरिनजिया (Beringia) नामक ज़मीनी इलाक़ा था जो अब समुद्र के पानी के नीचे है। आधुनिक इनुइतों के पूर्वज एशिया से चले और उन्होंने १००० ईसापूर्व के आसपास बेरिनजिया पार किया और उत्तरी अमेरिकी महाद्वीप में आ पहुँचे। वहाँ पश्चिमी अलास्का में उन्होंने एक समाज बनाया जिसे इतिहासकार थ्यूल संस्कृति (Thule culture) कहते हैं। यहाँ से वे पूर्व की ओर उत्तरी कनाडा के पूरे आर्कटिक इलाक़े में फैल गए। वहाँ थ्यूलों से पहले ही एक जाति बसी हुई थी जिनके समाज को इतिहासकार 'डोरसेट संस्कृति' (Dorset culture) के नाम से बुलाते हैं। यह डोरसेट जाति थ्यूलों के फैलाव के आगे टिक नहीं पाई और विलुप्त हो गई। डोरसेटों का वर्णन आधुनिक इनुइत मिथ्य-कथाओं में मिलता है, जिसमें उन्हें एक 'भीमकाय' या 'दानवीय' जाति कहा जाता है। इस से इतिहासकार अंदाज़ा लगते हैं कि डोरसेट लोग कद-बुत में ज़रूर थ्यूलों से बड़े रहे होंगे।
पूरे उत्तरी कनाडा के बर्फ़ीले इलाक़ों पर फैलने के बाद, इन थ्यूलों के वंशज इनुइत १३०० ईसवी तक ग्रीनलैंड पर भी पहुँचकर बस चुके थे। इनकी संस्कृति और तकनीकें पूरी तरह इस बर्फ़-ढके इलाक़े के अनुकूल बन चुकी थीं। इनसे दक्षिण में रहने वाली जातियाँ इनके क्षेत्रों पर कभी भी स्थाई नियंत्रण नहीं कर पाई और न ही इनुइत अपने से दक्षिण में स्थित उप-आर्कटिक (subarctic) इलाक़ों के कम ठन्डे क्षेत्रों पर फैल पाए। फिर भी वे अपने दक्षिणी पड़ोसियों के साथ व्यापार करते थे और उनसे लड़ाई-झड़पें होती रहती थीं। इसी १०००-१३०० ईसवी काल में इनका संपर्क उत्तरी यूरोप की वाइकिंग जाति से भी हुआ। १७वीं सदी के बाद जब यूरोप से लोग आकर उत्तर अमेरिका में बसने लगे और रूस साइबेरिया में विस्तृत हुआ तो उसके बाद से इनुइतों का यूरोपीयों से संपर्क लगातार बढ़ता गया।