पीत सागर या पीला सागर (चीनी भाषा: 黃海, अंग्रेज़ी: Yellow Sea) पूर्वी चीन सागर के उत्तरी भाग का नाम है, जो स्वयं प्रशांत महासागर का एक हिस्सा है। यह चीन की मुख्यभूमि (मेनलैंड) और कोरिया के बीच स्थित है। यहाँ पर पास के गोबी मरुस्थल से रेत उड़ाती आंधियाँ आकर पीला रेगिस्तानी रेत समुद्र की सतह पर गिरा देती हैं जिस से सागर पीले रंग का लगता है। इसी से इस सागर का नाम पड़ा है। पीले सागर की सबसे अंदरूनी खाड़ी को बोहाई सागर कहते हैं। चीन की प्रसिद्ध पीली नदी (उर्फ़ ह्वांग नदी उर्फ़ ह्वांग हो) बहकर इस सागर में मिलती है और उस में मिश्रित रेत इसे और भी पीला रंग देती है।
बोहाई सागर को हटाकर, पीले सागर का कुल क्षेत्रफल क़रीब ३,८०,००० वर्ग किमी है। इसकी औसत गहराई सिर्फ़ ४४ मीटर और इसकी सबसे अधिक गहराई सिर्फ़ १५२ मीटर पहुँचती है। इसकी गहराई उत्तर से दक्षिण दिशा में जाते हुए बढ़ती है। वैसे तो इसमें गरम पानी वाला कुरोशियो प्रवाह चलता है लेकिन सर्दियों में पानी का तापमान जमने के क़रीब आ जाता है। जगह-जगह पर बर्फ़ की सिल्लियाँ बनने से नावी यातायात में कठिनाई होती है।
इस सागर में दक्षिण कोरिया के जिन्दो द्वीप (कोरियाई: 진도, Jindo) और मोदो द्वीप (Modo) नामक दो टापू हैं जहाँ वर्ष में दो दफ़ा (मई और जून के महीनो में) ज्वारभाटा (टाइड) बहाव कुछ ऐसा विचित्र होता है कि सागर हट जाता है और इन द्वीपों के बीच एक २.९ किलोमीटर लम्बा और १० से ४० मीटर चौड़ा रास्ता खुल जाता है। यह क़रीब एक घंटे खुला रहता है, फिर पानी में डूब जाता है और द्वीप अलग हो जाते हैं।