ललितविस्तर सूत्र, महायान बौद्ध सम्प्रदाय का ग्रन्थ है। इसमें गौतम बुद्ध। गौतम बुद्ध की लीलाओं का वर्णन है। इसकी रचना किसी एक व्यक्ति ने नहीं की बल्कि इसकी रचना में कई व्यक्तियों का योगदान है। इसका रचना काल ईसा के पश्चात तीसरी शताब्दी माना गया है। इसमें २७ अध्याय हैं।
ललितविस्तर और प्राचीन भारतीय गणित
ललितविस्तर के एक आख्यान में बताया गया है कि कैसे एक बार गौतम बुद्ध को 1 से लेकर 421 शून्य वाली संख्या तक को गिनाने के लिए कहा गया था। इसमें सबसे बड़ी संख्या '१० पर १४५ घात' का उल्लेख मिलता है। सबसे बड़ी बात है कि बड़ी संख्याओं के नाम भी दिये गये हैं। (ध्वजनिशामणि = १० का घात १४५ = १०१४५)
ललितविस्तर और प्राचीन भारतीय लिपियाँ
ललितविस्तर के दसवें अध्याय का नाम 'लिपिशाला समदर्शन परिवार्ता' है। इसमें उन ६४ लिपियों का उल्लेख है जिन्हें सिद्धार्थ ने अपने गुरुओं से गुरुकुल में सीखा था। ये ६४ लिपियाँ निम्नलिखित हैं-