खगोलशास्त्र में उपमन्द कोणांक (argument of periapsis), जो ω के चिह्न द्वारा दर्शाया जाता है, किसी कक्षा (ऑरबिट) में परिक्रमा कर रही वस्तु की कक्षीय राशियों में से एक है।
यदि किसी परिक्रमा करती वस्तु का उपमन्द कोणांक 0° है तो उसका अर्थ है कि उस वस्तु का केन्द्रीय वस्तु से सबसे समीपी बिन्दु ठीक तब होता है जब वह सन्दर्भ समतल को दक्षिण-से-उत्तर दिशा में पार करे। 90° का अर्थ है कि दोनों वस्तुओं का सबसे समीपी स्थान वहाँ है जहाँ परिक्रमा करती वस्तु सन्दर्भ समतल से ऊपर सबसे उत्तरी बिन्दु पर है। 180° उपमन्द कोणांक का मतलब है कि वस्तुओं का सबसे समीपी स्थान वहाँ है जब परिक्रमा करती वस्तु सन्दर्भ समतल को उत्तर-से-दक्षिण दिशा में पार करे।
उपमन्द कोणांक को अगर आरोही ताख के रेखांश (longitude of the ascending node) में जोड़ा जाए तो उपमन्द रेखांश (longitude of the periapsis) नामक राशि प्राप्त होती है।